Wednesday 9 January 2013

कलयुगी प्यार .........................................................

कौन कहता है कि 
हम प्यार करते हैं ,
कौन कहता है कि 
हम प्यार निभाते हैं ,
दुनिया को बेवकूफ 
बनाते हैं वो लोग ,
जो ये कहते  हैं ....
और बातें बनाते हैं
खुदा ..... गवाह है 
इस बात का ' मनस्वी '
यहाँ कोई प्यार करते नहीं 
सिर्फ प्यार जताते हैं ......................................मनस्वी .............................................

5 comments:

  1. jo ye samajh jaate hain vo dhokha kabhi na khate hain

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  2. धन्यवाद संध्या जी .... सही कहा आपने ..लेकिन जब तक समझते है तब तक धोखा खा चुके होते है लोग ....है न संध्या जी ...........

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  3. बहुत ही सुंदर कविता |नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें |

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    1. धन्यवाद संजय जी .........

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  4. मंगलवार 31/12/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
    आप भी एक नज़र देखें
    धन्यवाद .... आभार ....

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