कौन कहता है कि
हम प्यार करते हैं ,
कौन कहता है कि
हम प्यार निभाते हैं ,
दुनिया को बेवकूफ
बनाते हैं वो लोग ,
जो ये कहते हैं ....
और बातें बनाते हैं
खुदा ..... गवाह है
इस बात का ' मनस्वी '
यहाँ कोई प्यार करते नहीं
सिर्फ प्यार जताते हैं ......................................मनस्वी .............................................
jo ye samajh jaate hain vo dhokha kabhi na khate hain
ReplyDeleteधन्यवाद संध्या जी .... सही कहा आपने ..लेकिन जब तक समझते है तब तक धोखा खा चुके होते है लोग ....है न संध्या जी ...........
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर कविता |नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें |
ReplyDeleteधन्यवाद संजय जी .........
Deleteमंगलवार 31/12/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
ReplyDeleteआप भी एक नज़र देखें
धन्यवाद .... आभार ....